इस केमिकल कंपनी के शेयर में 16% की भारी गिरावट, नौ महीने पहले के स्तर पर पहुंचा, विशेषज्ञों का कहना है, खरीदारी का सही मौका

स्पेशलिटी केमिकल्स कंपनी आरती इंडस्ट्रीज के शेयरों में मंगलवार को 16% की भारी गिरावट देखी गई, जिससे स्टॉक अपने नौ माह पुराने स्तर पर लौट आया, जो आखिरी बार दिसंबर 2023 में देखा गया था। यह गिरावट कंपनी के तिमाही परिणामों पर बाजार की प्रतिक्रिया के रूप में आई है, जहां निवेशकों को कंपनी के कुछ आंकड़े पसंद नहीं आए। हालांकि, वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में कंपनी के मुनाफे में 95% की वृद्धि देखी गई, फिर भी अन्य कारणों ने स्टॉक की कीमत पर दबाव डाला

कंपनी प्रोफाइल

इस केमिकल कंपनी के शेयर में 16% की भारी गिरावट, नौ महीने पहले के स्तर पर पहुंचा, विशेषज्ञों का कहना है, खरीदारी का सही मौका

आरती इंडस्ट्रीज लिमिटेड भारत की अग्रणी स्पेशलिटी केमिकल्स निर्माता है, जो विभिन्न उद्योगों के लिए रसायनों का उत्पादन करती है। कंपनी की स्थापना 1984 में हुई थी और यह अपने उत्पादों को दुनिया भर में 60 से अधिक देशों में निर्यात करती है।

वित्तीय प्रदर्शन

मेट्रिकQ1 FY2025
कुल राजस्व₹2,012 करोड़
शुद्ध लाभ₹137 करोड़
वृद्धि (वार्षिक आधार पर)96% वृद्धि
EBITDA वृद्धि (वार्षिक आधार पर)55% वृद्धि

शेयर मूल्य समाचार

आरती इंडस्ट्रीज के शेयरों में गिरावट का मुख्य कारण कंपनी का वित्तीय गाइडेंस स्थगित करना है। 30 जून 2024 को समाप्त तिमाही के लिए कंपनी ने राजस्व में 28% की वृद्धि दर्ज की, जबकि शुद्ध लाभ 95% बढ़ा। इसके बावजूद, बाजार की अस्थिरता और चीनी प्रतिस्पर्धा ने मुनाफे पर दबाव डाला है, जिससे निवेशक चिंतित हैं। कुछ विशेषज्ञ इसे खरीदने का सही समय मानते हैं, जबकि अन्य सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। नुवामा ने स्टॉक पर “खरीदें” रेटिंग बनाए रखी है और लक्ष्य मूल्य ₹903 रखा है, जबकि मोर्गन स्टेनली ने ₹615 का लक्ष्य मूल्य देते हुए “बराबरी का वजन” रेटिंग दी है।

शेयर मूल्य में गिरावट का कारण

शेयर मूल्य में गिरावट के पीछे का मुख्य कारण आरती इंडस्ट्रीज का अपने वित्तीय वर्ष 2025 के गाइडेंस को स्थगित करना है, क्योंकि कंपनी को अपने लाभ मार्जिन पर दबाव और चीनी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी ने कहा कि वह EBITDA गाइडेंस के बारे में स्पष्टता के लिए बाजार स्थितियों का मूल्यांकन करेगी।

भविष्य की परियोजनाएँ

आरती इंडस्ट्रीज निकट भविष्य में अपनी उत्पादन क्षमता का विस्तार करने की योजना बना रही है, जिसमें बढ़ी हुई कैपेक्स शामिल है, जिससे कंपनी का कर्ज बढ़कर ₹3,600 करोड़ तक पहुंच सकता है। इसके अलावा, कंपनी अपने गैर-विवेकाधीन पोर्टफोलियो को पुनर्जीवित करने की योजना बना रही है।